लखनऊ में आज नया साल की सुरुवात होते ही मनरेगा मजदूर संघ ने लखनऊ मे प्रेस क्लब मे एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया | जिसमें उन्होंने मनरेगा मजदूरों के ऊपर हो रही सरकार की तरफ से सौतेला व्यवहार व बैठक कर मनरेगा मजदूर संघ की नई प्रदेश टीम का गठन किया | साथ उनके सगठन के द्वारा 5 जनवरी से लेकर 1 फरवरी तक होने वाली रथ यात्रा का एलान किया | और साथ ही यह भी कहा की यदि सरकार उनकी 10 सूत्री मागो को नहीं मानती तो हम लोग 2 फरवरी को इको गार्डन मे पहुंच कर मुख्यमंत्री से अपनी मागो को मनवाने कुछ भी करने के लिए बाध्य होंगे यदि सरकार उस से पहले हमरी मांगे मन लेगी तो हम लोग सरकार को समनित करेगे नहीं तो हम लोग 2 फ़रवरी को अपने 5 लाख कार्यकर्ताओं के साथ संगठन का पांचवा स्थापना दिवस मनायगे |
पत्रकारों से बातचीत करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा उत्तर प्रदेश में कुल तीन करोड़ मनरेगा श्रमिकों को संगठित करके 5 जनवरी से उत्तर प्रदेश के 44 जिलों से होकर हमारी रथ यात्रा 2 फरवरी को लखनऊ के इको गार्डन में अपने 5 लाख कार्यकर्ताओं के साथ संगठन का पांचवा स्थापना दिवस मनाया जाएगा। जिसमें सरकार से अपनी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर अनुरोध किया जाएगा।
मनरेगा मजदूर संघ अध्यक्ष से 10 सूत्रीय मांगों को लेकर जब पत्रकारों ने बातचीत की तो उन्होंने बताया उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से हमारी प्रमुख मांगे हैं। मनरेगा श्रमिकों व ग्रामीण बेरोजगारों के काम का जॉब कार्ड आवेदन पत्र को रोजगार सेवक व ग्राम सचिव प्राथमिकता के आधार पर प्राप्त करें और उसकी रसीद दे वह भी दिनांक व हस्ताक्षर युक्त जिनका आवेदन मनरेगा मजदूर संघ के सहयोग से कराया जाए। मनरेगा अधिनियम के अनुसार सामुदायिक सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु ग्राम सभा में मनरेगा निगरानी समिति का गठन करके ग्राम सभा अध्यक्ष मनरेगा मजदूर संघ को उसका अध्यक्ष बनाया जाए।
ब्लॉक अध्यक्ष को ब्लॉक चौकसी समिति और जिला अध्यक्ष को जिला निगरानी समिति का अध्यक्ष बनाया जाए। श्रमिकों का श्रम विभाग में पंजीकरण निशुल्क किया जाए और 90 दिन के काम की बाध्यता समाप्त की जाए तथा श्रम पंजीयन समिति बनाकर जिला अध्यक्ष मनरेगा मजदूर संघ को उसका अध्यक्ष बनाया जाए। कार्य कर रहे श्रमिकों को प्रथम दिन से ही कार्य स्थल पर मनरेगा अधिनियम से प्राप्त सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएं तथा उनके जब कार्डों का सत प्रतिशत नवीनीकरण करते हुए प्रतिदिन कार्य स्थल पर ही जॉब कार्डों पर मजदूरी और कार्य का अंकन किया जाए।
श्रमिकों को सिर्फ न्यूनतम मजदूरी ही ना दिया जाए अपित कार्य के आधार पर मजदूरी दिया जाए। मनरेगा में मजदूरी बढ़कर 400 रुपए और दिनों की संख्या 200 किया जाए। मनरेगा मजदूर संघ को नदियों की खुदाई और वनों के निर्माण तथा संरक्षण हेतु क्रियान्वयन के रूप में नामित किया जाए। महिला मेटो को उनके अधिकार दिए जाएं और उनको सिर्फ ग्राम सभा के निगरानी समिति के प्रति जवाब दे बनाया जाए उत्तर प्रदेश सरकार से यही हमारी 10 सूत्रीय मांगे हैं।
एक जनवरी को मनरेगा मजदूर संघ की नई प्रदेश टीम जो गठन की गई है उसमें प्रदेश प्रभारी हेमराज श्रमिक उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष अजीमुद्दीन खान प्रदेश महासचिव संगठन उत्तर प्रदेश गजानंद राम प्रदेश महासचिव आधुनिक उत्तर प्रदेश सैफ अली प्रदेश कोषाध्यक्ष उत्तर प्रदेश तबारक हुसैन राज्य संगठन मंत्री मंडल प्रभारी बस्ती पवन श्रमिक राज्य संगठन मंत्रिमंडल प्रभारी देवी पाटन रामसागर श्रमिक राज्य संगठन मंत्रिमंडल प्रभारी अयोध्या राजेश श्रमिक राज्य संगठन मंत्री मंडल प्रभारी लखनऊ ओम प्रकाश श्रमिक राज्य संगठन मंत्री मंडल प्रभारी प्रयागराज लाल बहादुर श्रमिक राज्य संगठन मंत्रिमंडल प्रभारी गोरखपुर संजय राव श्रमिक राज्य संगठन मंत्री अमानुल्लाह सभी पदाधिकारी प्रेस वार्ता में मौजूद रहे।
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